चारधाम में ऑनलाइन पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या तय, मई तक बुकिंग फुल

चारधाम में ऑनलाइन पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या तय, मई तक बुकिंग फुल

केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। अब तक 16 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो चुका है। दबाव न बढ़े इसलिए यात्रियों की प्रतिदिन दर्शन करने की संख्या निर्धारित की गई है।चारधामों की धारण क्षमता और श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण के लिए सीमित संख्या तय कर दी है। इसके आधार पर मई माह में यात्रा करने के लिए पंजीकरण फुल हो चुके हैं।

अब तक 16 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो चुका है। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है, लेकिन केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। इसकी तस्दीक यात्रा पंजीकरण और केदारनाथ हेली सेवा की बुकिंग के आंकड़े कर रहे हैं।चारधामों की धारण क्षमता को देखते हुए दर्शन के लिए लगने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण के लिए संख्या तय कर दी है। पर्यटन विभाग के अनुसार, 10 से 31 मई तक की यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण फुल हो चुके हैं। यात्रा पर आने के लिए श्रद्धालुओं को जून महीने में पंजीकरण की तिथि उपलब्ध है।

इतने यात्री प्रतिदिन कर सकेंगे दर्शन

ऑनलाइन पंजीकरण के लिए यमुनोत्री धाम में प्रतिदिन 9,000 यात्री, गंगोत्री में 11 हजार, केदारनाथ में 18 हजार और बदरीनाथ धाम में 20 हजार यात्रियों की संख्या तय की गई है। इसमें ऑफलाइन पंजीकरण करने वाले श्रद्धालु शामिल नहीं है। धामों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में खड़ा न रहना पड़े, इसके लिए स्लॉट और टोकन की व्यवस्था बेहतर ढंग से लागू की जाएगी। धाम में पहुंचने पर श्रद्धालुओं को दर्शन करने का समय दिया जाएगा।

हेली सेवा के लिए सितंबर में 85 प्रतिशत बुकिंग

केदारनाथ हेली सेवा की बुकिंग के लिए मारामारी है। मई व जून माह में हेली सेवा की बुकिंग फुल हो चुकी है, जबकि सितंबर के लिए 85 प्रतिशत और अक्तूबर के लिए 35 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग हो गई है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *