ऋषिकेश में चार धाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में एलईडी स्क्रीन पर भजन, रामायण और महाभारत की कहानियां और चार धाम यात्रा से जुड़ी जानकारी दिखाई जाएगी। तीर्थयात्रियों को मौसम की जानकारी भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ट्रांजिट कैंप और पंजीकरण कार्यालय का औचक निरीक्षण करते हुए यह बात कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कैंप में पंजीकरण व्यवस्था 24 घंटे चालू रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, जल, पर्यटन, बिजली और नगर निगमों सहित संबंधित विभागों को एक ही स्थान पर सभी सेवाएं प्रदान करने के लिए एकल खिड़की प्रणाली के तहत एक संयुक्त हेल्पडेस्क स्थापित करना चाहिए।
धामी ने शिविर में पंजीकरण काउंटर, सहायता एवं पूछताछ केंद्र, अस्पताल और खोया-पाया इकाई समेत सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को तीर्थयात्रियों के लिए आवास में सुधार करने और उन्हें गर्मी से निपटने के लिए कूलर, स्वच्छ पेयजल, टिन शेड और बैठने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता के भी निर्देश दिए। उन्होंने भीड़ प्रबंधन और यातायात नियमन के लिए कार्ययोजना की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ट्रांजिट कैंप और चार धाम मार्ग के सभी जिलों के बीच उचित समन्वय स्थापित करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को ट्रांजिट कैंप में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए एक समर्पित क्षेत्र स्थापित करने और रिसेप्शन पर प्रचार सामग्री उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को चार धाम स्थलों के साथ-साथ राज्य के अन्य स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए।
सीएम ने शिविर के कर्मचारियों से भी बातचीत की और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राज्य और उसके लोगों को तीर्थयात्रियों की यात्रा में भागीदार के रूप में कार्य करना चाहिए ताकि एक सहज अनुभव सुनिश्चित हो और सभी तीर्थयात्री सकारात्मक प्रभाव के साथ लौटें। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि शिविर में 24 पंजीकरण काउंटर और एक रिजर्व टीम है। चिकित्सा सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी तथा पुलिस सहायता केंद्र में जन संबोधन प्रणाली स्थापित की गई है।
पांडे ने बताया कि शिविर में मीडिया सेंटर भी होगा और स्वयंसेवक तीर्थयात्रियों को जानकारी देने के लिए यात्री मित्र के रूप में काम करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि एनजीओ और अन्य संगठन मुफ्त भोजन, जलपान और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराएंगे। एक कैंटीन और पीने के पानी की सुविधा मौजूद है और जल संस्थान द्वारा पानी के टैंकरों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिविर में 80 बिस्तरों वाले चार शयनगृह हैं। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने चार धाम यात्रा से संबंधित सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं।