उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसने कथित तौर पर दून इंटरनेशनल स्कूल (DIS) के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को हैक किया और माता-पिता को नकली फीस भुगतान संदेशों के माध्यम से ठगा। इस मामले में STF ने उत्तर प्रदेश के बरेली से तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया।
STF के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपियों ने स्कूल के “स्कूलपैड” प्लेटफॉर्म का नकली इंटरफेस बनाया और इसके सिस्टम में अनधिकृत पहुंच हासिल की। इसके जरिए उन्होंने तीनों DIS शाखाओं—सिटी कैंपस, रिवरसाइड और मोहाली—के छात्रों के नाम, संपर्क विवरण और लॉगिन क्रेडेंशियल्स प्राप्त किए। इसके बाद उन्होंने माता-पिता को व्हाट्सएप संदेश भेजे, जिसमें AI-सक्षम रोबोटिक्स लैब के लिए 4,990 रुपये ट्रांसफर करने की मांग की गई, जो आधिकारिक संचार जैसा प्रतीत होता था।
एसएसपी के अनुसार, जांच जुलाई में स्कूल द्वारा हैकिंग और छात्रों व माता-पिता को भ्रामक संदेश भेजने की शिकायत के बाद शुरू हुई। STF की साइबर क्राइम यूनिट ने बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के माध्यम से धन के रास्ते का पता लगाया और आरोपियों की पहचान मोहम्मद रिजवान (19), सुदामा दीवाकर और मोहम्मद फराज (18) के रूप में की।
टीम ने चार मोबाइल फोन, दो बैंक पासबुक और तीन सिम कार्ड बरामद किए। भुल्लर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपियों से जुड़े बैंक खातों में हाल के महीनों में करोड़ों रुपये के लेन-देन हुए हैं और वे अन्य राज्यों में साइबर क्राइम मामलों में वांछित हैं। रिजवान और दीवाकर के खिलाफ बरेली में पहले से FIR दर्ज हैं। एसएसपी ने कहा कि STF वर्तमान में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय कर रही है ताकि मामले की विस्तृत जानकारी जुटाई जा सके।