प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई एलआईसी बीमा सखी योजना महिला सशक्तिकरण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। लॉन्च होने के एक महीने बाद ही इस योजना में 50,000 पंजीकरण हो चुके हैं, जिससे यह एक शानदार सफलता बन गई है। इस पहल के तहत, 10वीं कक्षा पूरी करने वाली हर महिला को हर महीने 7,000 रुपये तक का वजीफा और कमीशन मिल सकता है। यह योजना महिलाओं को सशक्त बनाने और देश के विकास को गति देने के पीएम मोदी के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है।
सफल लॉन्च और बढ़ती भागीदारी
LIC के आधिकारिक बयान के अनुसार, कार्यक्रम शुरू होने के एक महीने के भीतर ही पंजीकरण बढ़कर 52,511 हो गए हैं। इनमें से 27,695 महिलाओं को पॉलिसी बेचने के लिए नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं और 14,583 ने अपनी बिक्री गतिविधियाँ शुरू कर दी हैं। LIC के प्रबंध निदेशक और CEO सिद्धार्थ मोहंती ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अगले साल के भीतर देश भर में प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक बीमा सखी की नियुक्ति का लक्ष्य है।
कौशल और अवसरों के साथ महिलाओं को सशक्त बनाना
LIC महिलाओं को आवश्यक कौशल और डिजिटल उपकरण प्रदान करके बीमा सखी कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल पहले तीन वर्षों के लिए मासिक वजीफा प्रदान करता है, बल्कि प्रतिभागियों को उनके द्वारा बेची गई बीमा पॉलिसियों पर कमीशन कमाने का अवसर भी देता है।
आय विवरण
बीमा सखियों को पहले वर्ष में 7,000 रुपये, दूसरे वर्ष में 6,000 रुपये और तीसरे वर्ष में 5,000 रुपये का मासिक वजीफा मिलेगा। वजीफे के अतिरिक्त, महिलाएं अपनी बेची गई बीमा पॉलिसियों से कमीशन भी कमा सकती हैं, जिससे उन्हें महत्वपूर्ण वित्तीय स्वतंत्रता का अवसर मिलेगा।
पात्रता और भविष्य की योजनाएँ
एलआईसी अगले तीन वर्षों में 2 लाख बीमा सखियों की भर्ती करने की योजना बना रही है। 18 से 70 वर्ष की आयु की महिलाएँ, जिन्होंने कम से कम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की है, आवेदन करने के लिए पात्र हैं। यह पहल न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करने के बारे में है, बल्कि महिलाओं को दीर्घकालिक सफलता प्राप्त करने के लिए उपकरण और ज्ञान से लैस करने के बारे में भी है।