मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को बनाए रखने के अपने सरकार के संकल्प को दोहराया। शुक्रवार को थराली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि हाल ही में थराली में निर्माणाधीन पुल ढह गया था। धामी ने कहा कि यह गंभीर लापरवाही का स्पष्ट मामला है। उन्होंने कहा, “मैंने इस घटना का तत्काल संज्ञान लिया और इसके लिए जिम्मेदार तीन इंजीनियरों को बिना देरी किए निलंबित कर दिया गया। जो भी अधिकारी या कर्मचारी अपने काम में लापरवाही या लापरवाही बरतता हुआ पाया जाएगा, या सरकारी जिम्मेदारियों में रुचि नहीं दिखाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस मामले में जहां तीन इंजीनियरों को निलंबित किया गया, वहीं यह काम जनता के पैसे से हो रहा था, जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा जो राज्य के विकास में काम आता। हमने यह भी निर्णय लिया है कि ऐसे मामले में जहां किसी परियोजना के निर्माण में धन की बर्बादी होती है, पुल का टेंडर लेने वाले ठेकेदार से नुकसान की भरपाई कराई जाएगी। गौरतलब है कि गुरुवार को चमोली जिले के थराली में पिंडर नदी पर निर्माणाधीन पुल के ढहने की घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए धामी ने लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियरों को निलंबित करने के आदेश दिए थे। लोनिवि सचिव पंकज कुमार पांडे ने इन इंजीनियरों के निलंबन आदेश जारी किए थे। धामी ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को अपने कर्तव्यों और दायित्वों के प्रति जिम्मेदारी की भावना से काम करना चाहिए। सभी कर्मचारियों को ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करना चाहिए।