पौड़ी पुलिस ने फर्जी लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (LUCC) से जुड़े करोड़ों रुपये के घोटाले में एक और मुख्य आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। पौड़ी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि आरोपी रामनाथ गुप्ता उत्तर प्रदेश का निवासी है, जिसने कथित तौर पर LUCC कंपनी में हस्ताक्षर प्राधिकारी के रूप में काम किया और कंपनी के खाते से लगभग 23 करोड़ रुपये निकाल लिए। गढ़वाल क्षेत्र में दर्ज LUCC से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों की जांच की निगरानी कर रहे एसएसपी ने बताया कि कोटद्वार इंस्पेक्टर रमेश तंवर के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने सर्विलांस और खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करके उसके बदलते ठिकानों और फोन नंबरों पर नज़र रखने के बाद 22 मई को लखनऊ में गुप्ता को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि LUCC मामले में शुरुआती शिकायत कोटद्वार की तृप्ति नेगी ने 1 जून 2024 को दर्ज कराई थी, उसके बाद अंजना रावत की शिकायत के आधार पर एक और एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने अनियमित जमा योजनाओं पर प्रतिबंध (BUDS) अधिनियम सहित संबंधित कृत्यों की संबंधित धाराओं और प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की है।
उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि एलयूसीसी बैंक खातों से गुप्ता के पीएनबी खाते में 22.94 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे, जिसे उसने चेक और नकदी का इस्तेमाल करके निकाला था। सिंह ने कहा, “एलयूसीसी के अध्यक्ष जितेंद्र निरंजन ने गिरफ्तार आरोपी गुप्ता को बैंक खाते के लिए हस्ताक्षर करने का अधिकार दिया था। पुलिस ने गुप्ता को देहरादून के बीयूडीएस कोर्ट में पेश किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।” एसएसपी ने कहा कि पौड़ी पुलिस ने इसी धोखाधड़ी के मामले में उर्मिला बिष्ट, जगमोहन सिंह बिष्ट, प्रज्ञा रावत, विनीत सिंह, गिरीश चंद्र बिष्ट और चंदन राम राज पुरोहित सहित 10 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपियों की संपत्ति की पहचान और जब्त करने के लिए भी काम कर रही है। एसएसपी ने कहा कि पुलिस अपनी जांच जारी रखेगी और एकत्रित साक्ष्यों के आधार पर शेष संदिग्धों को पकड़ने का प्रयास करेगी।