नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025
वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोना एक बार फिर निवेशकों का पसंदीदा सुरक्षित आश्रय बन गया है। भारत में सोने की कीमतें आज 24 कैरेट के लिए प्रति 10 ग्राम ₹1,19,390 तक पहुंच गई हैं, जो अब तक के उच्चतम स्तर ₹1,20,000 के बेहद करीब है। यह तेजी अमेरिकी व्यापार नीतियों, यूक्रेन-मध्य पूर्व संघर्ष और वैश्विक मुद्रास्फीति की आशंकाओं से प्रेरित है, जिसने सोने को ‘अनिश्चितता का बैरोमीटर’ बना दिया है।
वर्तमान में, 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति ग्राम ₹11,939 पर कारोबार कर रही है, जो पिछले हफ्ते से 2% की वृद्धि दर्शाती है। 22 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम ₹1,09,453 और 18 कैरेट ₹89,618 पर उपलब्ध है। प्रमुख शहरों में दिल्ली और मुंबई में कीमतें ₹1,19,500 से ऊपर हैं, जबकि चेन्नई और कोलकाता में थोड़ी भिन्नता देखी जा रही है। त्योहारों—धनतेरस और दिवाली—की पूर्व संध्या पर आभूषण मांग बढ़ने से भी कीमतों को बल मिला है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में कहा, “सोने की कीमतें अब वैश्विक अनिश्चितता का प्रमुख संकेतक बन गई हैं, जो पहले कच्चे तेल की भूमिका थी।” जेपी मॉर्गन रिसर्च के अनुसार, 2025 में केंद्रीय बैंक सोने के भंडार बढ़ाने के लिए 900 टन से अधिक खरीदारी करेंगे, जो अमेरिकी नीतिगत अनिश्चितता और व्यापार युद्धों से प्रेरित है। विश्व सोना परिषद की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि ब्याज दरों में कमी और जोखिमों के बीच सोने की मांग मजबूत रहेगी, हालांकि उपभोक्ता मांग ऊंची कीमतों से प्रभावित हो सकती है।
वैश्विक स्तर पर, स्पॉट गोल्ड $3,860 प्रति औंस पर स्थिर है, जो सितंबर 2025 के $3,800 के रिकॉर्ड से थोड़ा नीचे है। गोल्डमैन सैक्स ने वर्षांत तक $3,300 का लक्ष्य रखा है, जबकि बीओए $3,063 का अनुमान जता रहा है। भारत में आयात शुल्क 15% होने से घरेलू कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर से 20% अधिक हैं, जो निवेशकों को चेतावनी देता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरें और कम करता है, तो सोने की तेजी जारी रहेगी। हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव संभव है। निवेशक ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स पर नजर रखें।

