देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में तेजी आने और राज्य में इस बीमारी के तीन मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने सोमवार को विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने कोविड-19 के मोर्चे पर विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि बीमारी से निपटने के लिए सभी इंतजाम किए जाएं और किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 के मामलों में तेजी आने के मद्देनजर राज्य सरकार सतर्क है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन सभी को सतर्क रहना चाहिए। सचिव ने कहा कि घबराने या पैनिक मोड में आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि राज्य के हर अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन की आपूर्ति और प्रशिक्षित कर्मचारियों की उपलब्धता जैसे आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों। हम निगरानी प्रणाली को भी मजबूत कर रहे हैं और हमारी त्वरित प्रतिक्रिया टीमें प्रशिक्षित और तैयार हैं।”
कुमार ने आम जनता से अफवाहों से दूर रहने और समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की। उन्होंने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बाईपैप मशीन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आहुतोष सयाना, सहायक निदेशक डॉ. पंकज सिंह, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा, जीडीएमसी अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरएस बिष्ट आदि मौजूद रहे।