उत्तराखंड में विकासखंड कीर्ति नगर में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत कार्यरत एक जूनियर इंजीनियर की वित्तीय धोखाधड़ी में बार-बार लिप्त रहने के कारण सेवा समाप्त कर दी गई। टिहरी जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार जब उसे स्पष्टीकरण देने का मौका दिया गया तो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली। इसके बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उसकी सेवा समाप्त कर दी। डीएम ने स्पष्ट किया कि इस तरह की अनैतिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और किसी भी स्तर पर मामला संज्ञान में आने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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वित्तीय अनियमितता के कारण नरेगा में जेई की सेवा समाप्त
